언어
आपका स्वागत है
खेद है
क्या पासवर्ड भूल गए है? / रजिस्टर
आइडी सहेजें
पहला पन्ना » जीवन का सत्य » टेक्स्ट उपदेश
जीवन का सत्यमीडिया उपदेश टेक्स्ट उपदेश सत्य की पुस्तकें बाइबल के प्रश्न एवं उत्तर
पृष्ठ »
एक समय में, यीशु के जीवन के अंतिम कुछ क्षणों को चित्रित करती फिल्म “द पैशन ऑफ द क्राइस्ट” ने पूरे विश्व में हलचल मचा दी थी। फिल्म फसह के पर्व के बाद की मसीह की वेदना को चित्रित करती है, और उसका अंत उनके पुनरुत्थान के साथ होता है। यदि आसान शब्दों में कहे, तो उस फिल्म ने यीशु के हमारी आत्माओं को उद्धार देने के लिए एक गेहूं का दाना बनने की प्रक्रिया को सजीव ढंग से चित्रित किया था। मसीह के समान, हमें भी अपने आपको एक गेहूं के दाने की तरह किसी का जीवन बचाने के लिए समर्पित करना चाहिए। अब, आइए हम बाइबल के द्वारा बहुत लोगों के जीवन को बचाने के लिए अपना बलिदान करने वाले मसीह का और उस नई वाचा का गहराई से अध्ययन करें जो उन्होंने अप...
पहरेदार वह है जो किसी वस्तु या व्यक्ति पर पहरा देता है। पहरेदार का कार्य है कि चाहे लोग सोते हों, उसे जागते रहना चाहिए, और सब वस्तुओं पर करीबी नजर रखना चाहिए ताकि यदि किसी शत्रु के आक्रमण या किसी विपत्ति का चिन्ह दिखाई दे तो वह उसके बारे में लोगों को बताकर उन्हें तैयार रहने के लिए मदद कर सके। परमेश्वर ने सिय्योन की सन्तानों को आत्मिक पहरेदार का कार्य सौंपा है। आत्मिक पहरेदार का कार्य यह है कि चाहे संसार के लोग सुनें या न सुनें, उन्हें विपत्तियों से बचने में मदद करने के लिए और उद्धार की ओर उनकी अगुआई करने के लिए, परमेश्वर के वचनों के द्वारा उन्हें जगाना है।(यहेज 3:11, 17–18) इन दिनों घटित हो रही बहुत सी विपत्तियां मनु...
जैसा कि परमेश्वर ने कहा है कि, “मैं यहोवा हूं; ठीक समय पर यह सब कुछ शीघ्रता से पूरा करूंगा,” परमेश्वर बिना आराम किये हमारे उद्धार के लिए कार्य कर रहे हैं। इन दिनों में, हमें पवित्र नगर सिय्योन में एक दूसरे से एकता से मिल कर, परमेश्वर की इच्छा के अनुसार स्वर्ग के राज्य का सुसमाचार और भी उत्सुकता से प्रचार करना चाहिए। भाइयों की एकता से परमेश्वर प्रसन्न होते हैं फिलि 2:1–2 अत: यदि मसीह में कुछ शान्ति, और प्रेम से ढाढ़स, और आत्मा की सहभागिता, और कुछ करुणा और दया है, तो मेरा यह आनन्द पूरा करो कि एक मन रहो, और एक ही प्रेम, एक ही चित्त, और एक ही मनसा रखो। बाइबल बार–बार कहती है कि, “एक तरह से सोचो,” “परस्पर एक जैसा प्रेम ...
परमेश्वर ने कहा है, “जिन्हें नई वाचा सौंपी गई है वे यदि ‘दीनता’ शब्द को अपने मन में अंकित कर लें, तो परमेश्वर का सुसमाचार अत्यन्त समृद्ध हो जाएगा।” नबियों से लेकर नए सदस्यों तक, आइए हम सब दीनता के बारे में सोचें और हम सब उस गुण को धारण करने वाले सुसमाचार के सेवक बन जाएं। मसीह के जैसा दीनता का गुण धारण करो फिलि 2:1–8 ... पर दीनता से एक दूसरे को अपने से अच्छा समझो। हर एक अपने ही हित की नहीं, वरन् दूसरों के हित की भी चिन्ता करे। जैसा मसीह यीशु का स्वभाव था वैसा ही तुम्हारा भी स्वभाव हो। जिसने परमेश्वर के स्वरूप में होकर भी परमेश्वर के तुल्य होने को अपने वश में रखने की वस्तु न समझा। वरन् अपने आप को ऐसा शून्य कर दिया, और ...
हमारे विश्वास के जीवन में, कभी–कभी हम प्रतिकूल परिस्थितियों के वश में होकर परेशानियों का सामना करते हैं। जब हम तकलीफ आने पर उसी समय उस पर विजय नहीं पाते और उससे समझौता करते हैं, तो परिस्थिति और भी ज्यादा बिगड़ जाती है और हमारा विश्वास संकट में पड़ जाता है। किसी भी परिस्थिति में, हमें परमेश्वर के प्रति अपने प्रेम को न खोते हुए, उन तकलीफों पर विजय पानी चाहिए और परमेश्वर में मजबूत विश्वास के साथ सुसमाचार का प्रचार करना चाहिए। सच्चे विश्वास पर परिस्थितियों का प्रभाव नहीं होता अब, मैं एक बहन का उदाहरण दूंगा। एक दिन, उसने अपने बच्चे को चर्च के किसी सदस्य के पास देखभाल करने के लिए छोड़ा और कुछ महत्वपूर्ण काम–काज के लिए बाहर चल...
हम सब पापी हैं जो पापों के कारण स्वर्ग से निकाल दिए गए थे और पृथ्वी पर गिरा दिए गए थे। मसीह के निष्कलंक और निर्दोष लहू के द्वारा, परमेश्वर ने हमें छुटकारा, यानी पापों की क्षमा दी है, ताकि हम फिर से जन्म ले सकें और परमेश्वर की संतान बन सकें और अपने स्वर्गीय देश वापस जा सकें। हम, परमेश्वर के मनुष्यों को परमेश्वर से पहले क्या मांगना चाहिए? हम, परमेश्वर की संतानों के लिए परमेश्वर की क्या इच्छा है? वह जीवन है, अनन्त जीवन। परमेश्वर सबसे ज्यादा यह चाहते हैं कि उनकी संतान अनन्त जीवन प्राप्त करें और स्वर्ग के राज्य में खुशी से रहें। विश्वास की अच्छी कुश्ती लड़कर, अनन्त जीवन को धर लो 1तीम 6:11–12 पर हे परमेश्वर के जन, तू इन बा...
परमेश्वर ने हमसे कहा है, “जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ।” इस वचन के अनुसार, हम सोचते हैं कि यह कार्य किसी अन्य कार्य से अधिक महत्वपूर्ण है, और लोगों को चेले बनाने की कोशिश करते हैं। जो भी हो, सभी सदस्य इस कार्य के लिए योग्य नहीं ठहरते। इस समय प्रचारक जिन्हें परमेश्वर भेजने के लिए प्रसन्न होते हैं उनकी योग्यताओं का अध्ययन करने के द्वारा, आइए हम स्वयं पर विचार करें और जांच करें कि हम सुसमाचार के प्रचारक के लिए योग्य हैं या नहीं। मत 28:16–20 ... इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ; और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना ...
इन दिनों में, नई वाचा के सुसमाचार की ज्योति तेजी से फैल रही है। इस बीच दुष्ट शैतान सुसमाचार के कार्य में बाधा डालने के लिए हर संभव उपाय कर रहा है। दुष्ट आत्माओं के विरुद्ध हमारी लड़ाई में, हम परमेश्वर के सारे हथियार, यानी परमेश्वर के प्रति विश्वास, उद्धार की आशा और अंत तक सत्य की रक्षा करने का दृढ़ संकल्प करते हुए, और पांवों में मेल के सुसमाचार की तैयारी के जूते पहनते हुए जीत हासिल कर रहे हैं। यद्यपि हमारा दुश्मन, शैतान हर तरह की बुरी बातों के साथ हमें रोकता है, हम सुसमाचार का प्रचार इस दृढ़ विश्वास के साथ करते हैं कि निश्चित रूप से हम शैतान पर विजय पाएंगे। इसलिए सुसमाचार का कार्य रुकता नहीं, परंतु उसकी ज्योति और अधिक उज्ज...