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न्याय का सिंहासन और कार्यों का अभिलेख

심판의 보좌와 행실록

हम प्रकाशितवाक्य में देखते हैं कि एक पुस्तक जिसमें हर व्यक्ति के अपने जीवनकाल में किए गए कार्यों का अभिलेख है, न्याय के सिंहासन के सामने खोली जाएगी जब परमेश्वर मानवजाति का न्याय करेंगे। जो कुछ उस पुस्तक में लिखा है उसके अनुसार, परमेश्वर जांचेंगे कि क्या उसने धर्म का काम किया है या अधर्म का काम किया है, और क्या उसने परमेश्वर की इच्छानुसार भला काम किया है या दुष्ट काम किया है; इस तरह परमेश्वर इस पृथ्वी पर हमारे जीवन के पूरे पाठ्यक्रम के द्वारा हमें जांचेंगे और हमारे कामों के अनुसार हमारा न्याय करेंगे। इसलिए हर पल जो हमें हर दिन दिया जाता है, बहुत ही महत्वपूर्ण है। जिनके कार्यों का अभिलेख दुष्ट कामों से भरा है, उनका न्याय ...

मसीह की सुगन्ध और माता की सुगन्ध

그리스도의 냄새와 어머니의 냄새

आज हर वह सिय्योन जो माता और माता के प्रेम का प्रचार करता है, सुसमाचार का कार्य अनुग्रहपूर्ण और सुचारु रूप से कर रहा है। जितना ज्यादा माता का सत्य प्रसारित किया जाता है, उतनी अधिक आत्माएं सिय्योन की ओर उमड़ आती हैं। ऐसा क्यों होता है? ऐसा इसलिए होता है कि सिय्योन में माता की सुगन्ध है। बाइबल ने परमेश्वर के लोगों की तुलना आकार की दृष्टि से ज्योति से की है, और स्वाद की दृष्टि से नमक(मत 5:13–16) से की है, और गंध की दृष्टि से “मसीह की सुगन्ध” से की है, जो मसीह के ज्ञान की सुगन्ध पूरे संसार में फैलाती है। पवित्र आत्मा के युग में परमेश्वर के लोग वह सुगन्ध हैं जो हमारे मसीह, पवित्र आत्मा और दुल्हिन, यानी पिता परमेश्वर और माता...

बुराई को छोड़ और भलाई कर

선을 행하고 악을 버리라

परमेश्वर ने हमें पृथ्वी का नमक और ज्योति कहा है।(मत 5:13–16) विश्वास में परमेश्वर की सन्तान के रूप में हमें अपने भले कामों के द्वारा संसार का नमक और ज्योति होना चाहिए। आज हम हर दिन न्यूज चैनलों में ऐसी क्रुर और भयंकर खबरें सुनते हैं कि मामूली सी बात से गलतफहमी होने के कारण लोग लड़ाई शुरू करते हैं और वह लड़ाई इतनी बढ़ जाती है कि वे बिना झिझक के दूसरों की हत्या करते हैं। बाइबल सिखाती है कि हम बुराई को छोड़ें और भलाई करें। यदि हमारे मन में बहुत ही अल्प या थोड़ी मात्रा में बुराई हो, तो हमें उसे अपने मन से हटाना चाहिए और स्वर्गीय संतान होने के नाते अपने दैनिक जीवन में परमेश्वर की शिक्षाओं पर और अधिक ध्यान देना चाहिए। आइए हम ...

मेरी इच्छा के अनुसार और पिता की इच्छा के अनुसार

내 뜻대로와 아버지의 뜻대로

दक्षिण कोरिया को हाल ही में बारिश की कमी होने के कारण सूखे जैसे हालात का सामना करना पड़ा। धान के खेत के विशाल क्षेत्र में सूखे के कारण कछुए के कवच की जैसी दरारें पड़ने और तालाबों का जलस्तर तेजी से कम होने की खबरें हर दिन अखबारों और न्यूज चैनलों में जगह पाती थीं। जब मैंने सूखे के बारे में खबर सुनी, मेरे मन में अचानक यह विचार आया, ‘लोग उत्सुकता से वर्षा का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन वे वर्षा देने वाले परमेश्वर पर क्यों विश्वास नहीं करते और उनके वचनों का पालन नहीं करते?’ यदि परमेश्वर वर्षा नहीं बरसाते, तो कौन पृथ्वी पर पहाड़ों, मैदानों और खेतों में इतनी बड़ी मात्रा में पानी प्रदान कर सकता होगा है? मनुष्य सोचते हैं कि वे अपने आ...

सारा की हंसी और सिय्योन

사라의 웃음과 시온

बाइबल में अब्राहम पिता परमेश्वर को दर्शाता है।(लूक 16:19–31) इसहाक जो उसकी विरासत का वारिस बना, परमेश्वर के लोगों, यानी प्रतिज्ञा की संतानों को दर्शाता है(गल 4:28)। और सारा जो अब्राहम की पत्नी और इसहाक की माता थी, हमारी माता को दर्शाती है जो नई वाचा की असलियत हैं।(गल 4:21–26) चूंकि इस अंधेरे और निर्दय संसार में परमेश्वर ने सत्य के नगर सिय्योन को स्थापित किया, इसलिए शैतान की शक्ति धीरे धीरे कम हो रही है, जबकि सिय्योन हर्ष, आनन्द, धन्यवाद और भजन गाने के शब्द से हर दिन भर रहा है(यश 51:3)। हम सिय्योन में अपने स्वर्गीय पिता और माता से मिले हैं। इसलिए हमें हमेशा आनन्दित रहकर अपनी स्वर्गीय माता को वैसी खुशी देनी चाहिए, जैसे ...

परमेश्वर केवल विश्वास के द्वारा दिखाई देते हैं

믿어야 볼 수 있는 하나님

जब हम परमेश्वर के वचन का प्रचार करते हैं, तब हम अक्सर ऐसे लोगों से मिलते हैं जो कहते हैं कि अगर हम उन्हें परमेश्वर दिखाएं, तो वे परमेश्वर पर विश्वास करेंगे। और वे यह भी कहते हैं, “अगर मैं परमेश्वर को नहीं देख सकता, तो कैसे मैं उन पर विश्वास कर सकता हूं?” एक ऐसी कहावत है: “देखना ही विश्वास करना है।” एक बार एक व्यक्ति ने कहा, “मुझे परमेश्वर दिखाओ। चूंकि यह कहा गया है कि देखना ही विश्वास करना है, यदि मैं परमेश्वर को देख सकूंगा, तो उन पर विश्वास करूंगा।” आपको क्या लगता है, परमेश्वर ने उससे क्या कहा? “मुझ पर विश्वास करो, तो तुम मुझे देखोगे।” परमेश्वर ने नहीं कहा, “देखना विश्वास करना है,” लेकिन कहा, “अगर तुम विश्वास ...

अनन्त जीवन, माता परमेश्वर

영원한 생명, 어머니 하나님

वैज्ञानिक लंबे समय से जीवन की शुरुआत और प्रकृति के प्रति जिज्ञासु थे, और उन्होंने उस पर लगातार अध्ययन किया है। परिणाम में हाल ही में उन्होंने जाना कि मनुष्य सहित सभी जीवों की विशेषताएं और उनकी जीवनावधि उस जीन से निर्धारित होती है जो वे अपने माता–पिता से विरासत में पाते हैं। मगर अब भी जीवन के बारे में बहुत से अनसुलझे हुए सवाल हैं। बाइबल वह पुस्तक है जो उन परमेश्वर की गवाही देती है जो जीवन के सृष्टिकर्ता हैं और जो स्वयं अनन्त जीवन हैं। बाइबल में जीवन के रहस्य हैं जिन्हें वैज्ञानिक अभी तक सुलझा नहीं सके हैं। इस समय आइए हम बाइबल में उन रहस्यों को खोजें जो संसार की सृष्टि के समय से गुप्त रखे गए हैं। परमेश्वर के पास अनन्त...

जिन्हें पवित्र आत्मा की लालसा है और जिन्हें शरीर की लालसा है

성령의 소욕을 가진 자와 육체의 소욕을 가진 자

परमेश्वर ने हमसे हमेशा पवित्र आत्मा की लालसाएं रखने के लिए कहा है। चूंकि पवित्र आत्मा परमेश्वर हैं, इसलिए पवित्र आत्मा की लालसाएं वो लालसाएं हैं जो परमेश्वर हमें देते हैं, और जो परमेश्वर के हृदय के अनुकूल हैं। इसके विपरीत, शरीर की लालसाएं वो लालसाएं है जो शैतान आत्मिक चीजों की ओर से हमारा ध्यान मोड़ने के लिए हमारे मन में बिठा देता है। जब यीशु ने अपनी सेवकाई प्रारंभ की, तब शैतान ने यीशु की परीक्षा ली। उस समय भी शैतान ने जगत के धन, उच्च पद और वैभव जैसी शरीर की लालसाओं का उपयोग करके यीशु को लुभाने का प्रयास किया। हालांकि, यीशु ने परमेश्वर के वचनों का उपयोग करके, जो हमारे अंदर पवित्र आत्मा की लालसाओं को जगाते हैं, शैतान के स...

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