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दूसरी बार आने वाला मसीह

अंजीर के पेड़ का दृष्‍टान्त​

बाइबल ने भविष्यवाणी की कि यीशु हमारे उद्धार के लिए दूसरी बार प्रकट होगा।(इब्र 9:28) भविष्यवाणी के अनुसार जो दूसरी बार प्रकट हुआ है वही आन सांग होंग परमेश्वर है जिस पर चर्च ऑफ गॉड विश्वास करता है।

तब दूसरी बार आने का समय कब है? क्यों चर्च ऑफ गॉड ने ठोस भरोसा करते हुए आन सांग होंग को ग्रहण किया कि वह दूसरी बार आने वाला मसीह है?

‘अंजीर वृक्ष का दृष्टान्त’ के द्वारा यीशु हमें बताता है कि इस्राएल स्वतंत्र हुए जो अंजीर का वृक्ष दर्शाता है, सन् 1948 दूसरी बार आने का समय है। अर्थात् दूसरी आने वाला मसीह को सन् 1948 में आना चाहिए था। आन सांग होंग अंजीर वृक्ष के दृष्टान्त की भविष्यवाणी के जैसा सन् 1948 में आया, इसलिए चर्च ऑफ गॉड आन सांग होंग को दूसरी बार आने वाला मसीह के रूप में ग्रहण करता है।

सच में बाइबल ने दूसरी बार आने वाला यीशु के आने का समय बताया है?


संसार के अंत का चिह्न

चेलों ने यीशु का दूसरी बार आना और संसार के अन्त के चिह्न के बारे में पूछा तब यीशु ने कहा;

मत 24:3-33 "हमें बता ये बातें कब होंगी, और तेरे आने का तथा इस युग के अन्त का क्या चिह्न होगा?" इस पर यीशु ने उत्तर दिया.. तब मनुष्य के पुत्र का चिह्न आकाश में दिखाई देगा, और पृथ्वी की सब जातियां विलाप करेंगी, और लोग मनुष्य के पुत्र को सामर्थ्य तथा बड़े वैभव सहित आकाश के बादलों पर आते देखेंगे। और वह तुरही की तीव्र ध्वनि के साथ अपने स्वर्गदूतों को भेजेगा, और वे चारों दिशाओं में आकाश के एक छोर से लेकर दूसरे छोर तक, उसके चुने हुओं को एकत्रित करेंगे। अंजीर के वृक्ष से यह दृष्टान्त सीखो: जब उसकी डाल कोमल हो जाती और उसमें पत्तियां निकलने लगती हैं तो तुम जान लेते हो कि ग्रीष्म ऋतु निकट है। इसी प्रकार जब तुम इन सब बातों को होते देखो तो जान लेना कि वह निकट है, वरन् द्वार पर ही है।

कहा है कि जब अंजीर के वृक्ष की डालियां कोमल हो जाती और पत्तियां निकलने लगती तो मनुष्य का पुत्र(यीशु) द्वार पर खड़ा है। इस अंजीर के वृक्ष का समय जाने हमें दूसरी बार आने वाला यीशु को ग्रहण करना है।


अंजीर वृक्ष इस्राएल का प्रतीक

इसके लिए सबसे पहले हमें जानना चाहिए कि अंजीर का वृक्ष किसको दर्शाता है?

लूक 13:6-7 वह यह दृष्टान्त कहने लगा: किसी मनुष्य ने अंगुर की बारी में एक अंजीर का पेड़ भी लगा रखा था; वह इसमें फल ढूंढ़ने आया पर उसे कुछ न मिला। तब उसने माली से कहा ‘देख, मैं तीन वर्षों से इस अंजीर के पेड़ में फल ढूंढ़ता रहा हूं पर कुछ नहीं पाता। इसे काट डाल। यह भूमि को व्यर्थ क्यों घेरे रहे?’"

यह क्या अर्थ है कि यीशु ने अंगुर की बारी में लगा हुआ अंजीर के पेड़ में से तीन सालों तक फल ढूंढ़ा? वचन का अर्थ है कि उसने तीन सालों तक इस्राएलियों को सुसमाचार के फल ढूंढ़े। इसलिए अंजीर के पेड़ इस्राएल देश दर्शाता है।

आइए हम दूसरे बाइबल की आयतों से पुष्ट करें कि अंगूर की बारी के अंजीर का वृक्ष इस्राएल को दर्शाता है।

यश 5:7 सेनाओं के यहोवा की दाख की बारी तो इस्राएल का घराना है, और उसका मनभावना पौधा यहूदा के लोग है।

ऊपर वचन में भी दाख की बारी इस्राएल देश और दाख की बारी में लगे वृक्ष यहूदा के लोग अर्थात् इस्राएली हैं।

यिर्म 24:5 इस्राएल का परमेश्वर यहोवा इस प्रकार कहता है, ‘इन अच्छे अंजीरों के समान ही मैं यहूदा के उन बन्दियों से प्रसन्न होऊंगा, जिन्हें मैंने उनके देश से निकालकर कसदियों के देश में पहुंचा दिया है।’

परमेश्वर ने कहा कि जैसे अच्छे अंजीरों को वैसे ही यहूदी बन्दियों को देखकर प्रसन्न होऊंगा। इसलिए स्पष्ट है कि बाइबल में अंजीर का वृक्ष इस्राएल प्रजा है।



इस्राएल का विनाश

लूक 13:7 में यीशु ने आदेश दिया कि जिस पर फल नहीं लगे हैं उस अंजीर के वृक्ष को काट डाला जाए। उस वचन के जैसा लोग जिन्होंने यीशु का तीन सालों तक प्रचार किया गया सुसमाचार का अस्वीकार किया वे रोमी सैनिकों से पु्र्णत: नष्ट हुए। उसके पश्चात् 1900 सालों तक इस्राएल देश के रहित भटकता फिरता था और सारे संसार में फैलाए गए। वह देश और ज्यादा नहीं रहा।


अंजीर का वृक्ष(इस्राएल) का पुनर्निर्माण

काटे और सूखे अंजीर का वृक्ष (इस्राएल) पुन: जीवित होने लगा। वह डाली कोमल होने और पत्तियां निकलने लगी। कब से? सन् 1948 से है।

सन् 1948,14 मई में इस्राएल सारे संसार में स्वतंत्रता की घोषणा की और प्रभुसत्ता पूर्व स्थिति में ली गई। पूर्वत: सूखे मर गए अंजीर का वृक्ष पुन: जीवित हुआ। उस क्षण जैसे यीशु ने भविष्यवाणी की वैसे यीशु दुबारा आया। हां, सही है। पूरा ईसाई उसे इन्तजार करता था। पूरा ईसाई उसे इन्तजार करता था। वह दूसरी बार आने वाला यीशु आन सांग होंग सन् 1948 में दुबारा आया। इस पर चर्च ऑफ गॉड ने आन सांग होंग को उद्धारकर्ता के रूप में ग्रहण किया।

रो 11:26 और इस प्रकार समस्त इस्राएल उद्धार पाएगा; जैसा कि लिखा है, "सिय्योन से उद्धारकर्ता आएगा, वह याकूब से अभक्ति दूर करेगा"

हमारा उद्धारकर्ता दूसरी बार आने वाला यीशु आन सांग होंग अंजीर के वृक्ष के दृष्टान्त के अनुसार सन् 1948 सिय्योन में आया। और द्वार पर खड़े आप को बुला रहा है। क्या आप उसे द्वार के बाहर खड़ा होने देंगे? सभी लोग द्वार खोल कर दूसरी बार आने वाला यीशु आन सांग होंग का स्वागत करें और बचाए जाएं।