परमेश्वर को प्रेरित करनेवाले शब्दों से दाऊद ने जीत प्राप्त की। उन शब्द के द्वारा जिनसे यीशु प्रेरित हुए, उनकी दाईं ओर का डाकू बचाया गया। इस तरह, शब्द शारीरिक और आत्मिक दोनों रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन शब्दों को कहना जो सुनन...
बाइबल की 66 पुस्तकों का अंतिम निष्कर्ष आत्मा और दुल्हिन के पास जाना है। यदि हम परमेश्वर को जानना और अनन्त जीवन पाना चाहते हैं, तो हमें बाइबल को जानना चाहिए। इस युग में, स्वर्ग के राज्य की कुंजियां उन्हें दी गई हैं जो आत्मा और दुल्हिन को ...
परमेश्वर पर विश्वास करने का दावा करनेवाले लोगों में से कौन परमेश्वर की संतान बन सकते हैं? बाइबल की 66 पुस्तकें कहती हैं कि पवित्र आत्मा गवाही देता है कि जब हम सिय्योन में माता परमेश्वर पर विश्वास करें और उनका पालन करें सिर्फ तब हम परमे...
बाइबल एक आत्मिक खजाने का नक्शा है। मूल्यवान खजाना, मसीह जिनके बारे में बाइबल गवाही देती है, वह अंतिम दिनों में नई वाचा का सत्य लेकर आत्मिक दाऊद के रूप में आते हैं। (उदाहरण – स्टिवेंसन की “टे्रजर आइलैंड”)
मानवजाति का उद्धार परमेश्वर पर निर्भर होता है, इसलिए दाऊद ने कहा कि मानवजति के लिए सबसे बड़ी उम्मीद, आनंद और खुशी परमेश्वर का इंतजार करना है। ‘मलिकिसिदक’ का सत्य अंतिम युग में परमेश्वर को अहसास करने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण सुराग है। ...
परमेश्वर की संतानों के पास परमेश्वर की जीवन की व्यवस्था और नई वाचा होनी चाहिए। लोग जो जीवन की सत्य के अनुसार नहीं जीते, जिसे परमेश्वर ने स्थापित किया, वे अंत में शैतान के अधीन होते हैं और पाप और कुकर्म करते हैं।