जैसे इस्राएली सोने के बछड़े की पूजा करने के कारण नष्ट किए गए थे, वैसे ही चूंकि चर्चों ने रविवार की आराधना, क्रिसमस और क्रूस जैसी सूर्य–देवता की पूजा करना शुरू किया, पवित्र आत्मा ने उन्हें छोड़ दिया और उन पर शाप आ पड़ा। नई वाचा के फसह और सब...
भले ही सब लोग उद्धार की आशा करते हैं, फिर भी यदि वे मनुष्यों के नियम का पालन करते हैं, तो वे कैन की भेंट के जैसा व्यर्थ परमेश्वर की उपासना करते हैं। जो लोग परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करते हैं, सिर्फ उन्हें उद्धार की आशीष दी जाती है। म...
‘WATV Media Cast’ परमेश्वर के वाचा का पालन न करना परमेश्वर के विरुद्ध विद्रोह करने के समान है। नई वाचा के सब्त के सत्य जिससे स्वर...
शैतान अपने आप को छद्दमवेश करके छुपाने में माहिर है, इसलिए सिर्फ बाहरी दिखावे को देखते हुए, झूठे चर्च में से सच्चे परमेश्वर के चर्च को पहचानना बहुत कठिन है। भविष्यवाणी की पुस्तक जो शैतान की पहचान को स्पष्ट रूप से दिखाती है, वह दानिय्येल क...
क्या दुनिया में बहुत सारे चर्च अनंत उद्धार पाने के योग्य हैं? लोग जो मनुष्य की आज्ञाएं मनाते हुए व्यर्थ परमेश्वर की उपासना करते हैं, वे स्वर्ग के राज्य में प्रवेश नहीं कर सकते। कैन का बलिदान(व्यर्थ उपासना) = मनुष्य की आज्ञाओं से उपासन...
शमुद के बालू के समान बहुत से चर्चों में से, लोग जो माता परमेश्वर को स्वीकार करके उनके वचन का पालन करते हैं वे परमेवर की संतान हैं जो परमेश्वर की प्रतिज्ञा में रहती हैं।
बाइबल गवाही देती है कि लोग जो परमेश्वर की संपूर्ण व्यवस्था यानी नई वाचा के अधीन हैं, उन्हें अनन्त स्वर्ग और उद्धार दिया जाएगा। लेकिन परमेश्वर उन लोगों को, जो बदली हुई व्यवस्था के अधीन हैं, अनन्त दण्ड देंगे। सब्त का दिन, फसह का पर्व...
लोग जो परमेश्वर के वचनों में चलते हैं और उसका पालन करते हैं, उनके लिए परमेश्वर उद्धारकरर्ता बनकर प्रकट होंगे, और लोग जो सुसमाचार को नहीं मानते, उनके लिए परमेश्वर न्यायाधीश बनकर प्रकट होंगे। चर्च जिसे परमेश्वर ने अपने लहू से मोल लिया औ...