बाइबल में इब्राहीम परमेश्वर को दर्शाता है। इब्राहीम परिवार के इतिहास द्वारा बाइबल सिखाती है कि हम कैसे स्वर्गीय उत्तराधिकारी होंगे।
इब्राहीम परिवार के इतिहास में जिसने मीरास पाया था वह इसहाक था। हाजिरा से जन्मा इश्माएल होता था पर परमेश्वर उसे मीरास नहीं दिया और सारा से जन्मे इसहाक को उत्तराधिकारी होने दिया। इसका कारण है कि वह स्वतंत्र स्त्री सारा की सन्तान था। इस घटना से हम जान सकते हैं कि स्वर्गीय उत्तराधिकारी स्वर्गीय माता द्वारा होगा।
आन सांग होंग ने बाइबल में छिपे रहस्यों में से रहस्य स्वर्गीय माता का अस्तित्व हमें सिखाया।
तब, ‘इब्राहीम परिवार का इतिहास और माता’ की भविष्यवाणी जिसे आन सांग होंग जी ने सिखाया जांच करें।
इब्राहीम परमेश्वर को दर्शाता है।
सब से पहले बाइबल में आइए हम जानें कि बाइबल में इब्राहीम किसे दर्शाता है।
लूक 16:19-31 ... ऐसा हुआ कि कंगाल पुरुष मर गया और स्वर्गदूतों ने आकर उसे इब्राहीम की गोद में पहुंचा दिया। वह धनी पुरुष भी मरा और दफ़ना दिया गया। तब आधोलोक में अत्यंत पीड़ा में पड़े हुए उसने अपनी आंखें उठाईं और दूर से इब्राहीम को देखा जिसकी गोद में लाजर था। तब उसने पुकारकर कहा, ‘हे पिता इब्राहीम, मुझ पर दया कर।...’
जैसा कि आप जानते हैं, यह कंगाल लाजर और धनी पुरुष का दृष्टान्त है। लाजर मर कर स्वर्ग गया और धनी पुरुष ने नरक जाकर दुख पाया। इस दृष्टान्त में सोचने की बात होती है। निश्चित है लाजर मर कर परमेश्वर के पास गया परन्तु बाइबल कहती है कि वह इब्राहीम की गोद में पहुंचा।
और धनी पुरुष मर कर नरक गया, और वहां उसने परमेश्वर को देखकर दूर से पुकारा। लेकिन बाइबल कहती है कि उसने उसे कहा, ‘पिता इब्राहीम’। आत्मिक दुनियां में किसे हम पिता कह सकते हैं? केवल परमेश्वर को हम पिता कह सकते हैं।
तब इब्राहीम किसे दर्शाता होगा? वह परमेश्वर को दर्शाता है। इसलिए इब्राहीम परिवार का उत्तराधिकार स्वर्ग में उत्तराधिकार को दर्शाता है।
इब्राहीम परिवार का उत्तराधिकारी, इसहाक
आइए हम पढे़, इब्राहीम परिवार में कौन उत्तराधिकारी रहा?
इब्राहीम परिवार में उत्तराधिकारी होने के लिए तीन व्यक्ति थे। पहला एलीएजेर था, दूसरा इश्माएल था, तीसरा इसहाक था। इन तीनों में से कौन इब्राहीम का उत्तराधिकारी हुआ है? वही इसहाक था।
उत 15:1-4 ... अब्राम ने कहा, "हे प्रभु यहोवा, तू मुझे क्या देगा? मैं तो निर्वंश हूं और मेरे घर का उत्तराधिकारी दमिश्क का एलीएजेर होगा।" और अब्राम ने कहा, "इसलिए कि तू ने मुझे कोई सन्तान नहीं दी है, मेरे घर में उत्पन्न एक जन मेरा उत्तराधिकारी होगा।" तब देखो, यहोवा का वचन उसके पास पहुंचा, "यह मनुष्य तेरा उत्तराधिकारी न होगा; परन्तु जो तुझ से उत्पन्न होगा वही तेरा उत्तराधिकारी होगा।"
उस समय इब्राहीम का उम्र बहुत होने पर भी संतान नहीं था। इसलिए उसने सिफारिश की कि दास एलीएजेर उसका उत्तराधिकारी हो जाए। लेकिन परमेश्वर ने अनुमति नहीं दी और उसने कहा कि जो तुझ से उत्पन्न होगा वही तेरा उत्तराधिकारी होगा। उसके पश्चात् इब्राहीम और सारा की दासी हाजिरा के बीच में इश्माएल जन्म हुआ।
उत 16:1-15 अब्राम की पत्नी सारै से कोई संतान नहीं थी, और उसके पास हाजिरा नाम की एक मिस्र दासी थी। अत: सारै ने अब्राम से कहा, "देख, यहोवा ने मुझे संतान उत्पन्न करने से वंचित रखा है। तू मेरी दासी के पास जा; सम्भव है उस से तुझे संतान प्राप्त हो।" और अब्राम ने सारै की बात मान ली।... हाजिरा से अब्राम के एक पुत्र हुआ। अब्राम ने अपने इस पुत्र का नाम जो हाजिरा से जन्मा था, इश्माएल रखा।
दासी हाजिरा द्वारा इब्राहीम को इश्माएल हुआ। इब्राहीम ने परमेश्वर से सिफारिश की कि दास एलीएजेर उसका उत्तराधिकारी हो जाए।
उत 17:18-19 और इब्राहीम ने परमेश्वर से कहा, "इश्माएल तेरी दृष्टि में बना रहे, यही बहुत है।" परन्तु परमेश्वर ने कहा, "नहीं, तेरी पत्नी सारा ही तेरे लिए पुत्र उत्पन्न करेगी, और तू उसका नाम इसहाक रखना; और मैं उसके साथ ऐसी वाचा बांधूंगा जो उसके पश्चात् उसके वंश के लिए युग युग तक रहेगी।"
जब इब्राहीम परमेश्वर से कहा, "इश्माएल तेरी दृष्टि में बना रहे, यही बहुत है।" परमेश्वर ने अस्वीकार किया कि इश्माएल इब्राहीम का उत्तराधिकारी हो जाए। इसके बजाय प्रतिज्ञा दी कि असल पत्नी सारा की देह से इसहाक उत्पन्न होगा।
प्रतिज्ञा के अनुसार इसहाक उत्पन्न हुआ और तीन जन एलीएजेर, इश्माएल और इसहाक में से अन्त में उत्पन्न हुए इसहाक को इब्राहीम के उत्तराधिकारी के रूप में चुना।
उत्तराधिकारी चुनने के लिए निर्णायक कारक माता
आइए हम खोजें कि क्यों परमेश्वर ने इसहाक को उत्तराधिकारी के रूप में चुन लिया।
पहले प्रत्याशी एलीएजेर के मामले में उसका पिता भी और माता भी स्वतंत्र नहीं थी। दोनों दास और दासी थे। यही इब्राहीम के उत्तराधिकारी होने को अस्वीकार करने का कारक था।
दूसरे प्रत्याशी इश्माएल के मामले में पिता इब्राहीम स्वतंत्र था लेकिन माता हाजिरा स्वतंत्र नहीं पर दासी थी। यही इश्माएल को वारिस होने से अस्वीकार करने का कारक था।
तब इसहाक का मामला कैसा था?
उस समय इस्राएल में पहलौठे को वारिस होने का अधिकार देने का कानून के आधार पर परिवार में पहलौठा पिता की सम्पत्ति पाया करता था। इसलिए जबकि इश्माएल का उम्र इसहाक से ज्यादा था, अगर वारिस का निर्णय केवल पिता-संबंधी दर्जा से किया जाता तो इश्माएल वारिस हुआ होता।
लेकिन इश्माएल पहलौठा होते हुए भी वारिस नहीं हो सका। क्योंकि उसकी माता स्वतंत्र नहीं पर दासी हुई। इस तथ्य द्वारा हम जान सकते हैं वारिस का निर्णायक कारक माता है।
यहां हमें इस तथ्य पर ध्यान देना चाहिए, यह सिर्फ एक परिवार का बीता इतिहास नहीं है। जैसे कि आप जानते हैं, बाइबल केवल एक व्यक्ति या परिवार की जीवनी नहीं है। इसके बावजूद परमेश्वर ने एक परिवार का इतिहास कई बार दोहराते हुए लिखा है। वास्तव में यह इतिहास आने वाली बातों के बारे में एक छाया है। इब्राहीम परिवार का इतिहास भी एक जैसा है। यह दिखाने एक भविष्यवाणी के रूप में लिखा गया कि कौन परमेश्वर का वारिस होगा।
इसलिए इब्राहीम परिवार के द्वारा हम समझते हैं कि वारिस का निर्णय करने का कारक माता है। जिस प्रकार इसहाक स्वतंत्र स्त्री सारा अर्थात् उसकी माता द्वारा इब्राहीम का वारिस हो सका उसी प्रकार हम भी स्वतंत्र स्त्री हमारी स्वर्गीय माता द्वारा परमेश्वर का वारिस होंगे। जो केवल स्वतंत्र स्त्री पर विश्वास करते हैं अर्थात् नई वाचा से जन्मी संतान हैं वे स्वर्गीय पिता का मीरास जो स्वर्ग है पा सकेंगे।
आइए हम एक और वचन को पढ़ें जो माता के बारे में साक्षी देता है।
गल 4:22-31 ... परन्तु ऊपर की यरूशलेम स्वतंत्र है, और वह हमारी माता है।... हे भाइयो, तुम इसहाक के समान प्रतिज्ञा की संतान हो। परन्तु जैसा उस समय शरीर के अनुसार जन्मा हुआ तो आत्मा के अनुसार जन्मे हुए को सताता था, वैसा ही अब भी होता है। परन्तु पवित्रशास्त्र में क्या लिखा है? "दासी और उसके पुत्र को निकाल दे, क्योंकि दासी का पुत्र तो स्वतंत्र स्त्री के पुत्र के साथ उत्तराधिकारी नहीं होगा।" इसलिए हे भाइयो, हम दासी की नहीं परन्तु स्वतंत्र स्त्री की संतान हैं।
इस तरह बाइबल स्पष्टतया कहती है कि हम दासी की संतान नहीं पर स्वतंत्र स्त्री की संतान हैं। उस समय इश्माएल की माता हाजिरा स्वतंत्र नहीं पर दासी थी। इस वजह से पिता का मीरास नहीं पा सका। लेकिन इसहाक की माता सारा स्वतंत्र थी। इस वजह से इब्राहीम का वारिस हो सका। अब बाइबल साक्षी देती है कि हम इसहाक के समान प्रतिज्ञा की संतान, और स्वतंत्र स्त्री स्वर्गीय माता की संतान हैं।
आजकल भी इस संसार में तीन प्रकार के लोग रहते हैं, एलीएजेर से समान लोग, इश्माएल के समान लोग, और इसहाक से समान लोग।
पहले प्रकार के लोग वे हैं जो न पिता परमेश्वर और न माता परमेश्वर को विश्वास करते हैं। दूसरे प्रकार के लोग वे हैं जो पिता परमेश्वर को विश्वास करते हैं पर माता को विश्वास नहीं करते। तीसरे प्रकार के लोग वे हैं जो पिता परमेश्वर और माता परमेश्वर को भी विश्वास करते हैं। जब हम इब्राहीम परिवार में तीन प्रत्याशियों पर विचार करें तो कौन स्वर्ग का उत्तराधिकारी पा सकता है? निस्सन्देह रूप से इसहाक के जैसे लोग हैं।
आप कौन से प्रकार के लोग होना चाहते हैं? अगर इसहाक के समान लोग होना चाहें तो अवश्य ही स्वतंत्र स्त्री माता की संतान होना चाहिए। दूसरे शब्द में स्वतंत्र स्त्री हमारी स्वर्गीय माता पर विश्वास करके ग्रहण करना है। बाइबल इसकी साक्षी दे रही है।
परमेश्वर ने कहा, "अज्ञानता के कारण मेरी प्रजा नाश हो जाती है। इसलिए कि तू ने ज्ञान को अस्वीकार किया है," (हो 4:6) यहां पर कथित ज्ञान क्या है? यह परमेश्वर को जानने का ज्ञान है। पिता और माता परमेश्वर को जांच करके हम दोनों परमेश्वर को, जो ऐलोहीम परमेश्वर है, ग्रहण करेंगे और ढृढ़ विश्वास करें कि हमारी माता पिता के साथ हमें उद्धार देने वाली परमेश्वर है। तब हम कह सकेंगे कि हमें परमेश्वर का ज्ञान होता है। और हम कभी अज्ञानता के कारण नाश न होंगे।
बाइबल ने सिखाया कि पवित्र आत्मा आन सांग होंग परमेश्वर है, और दुल्हिन यरूशलेम माता है। आशा है कि अन्तिम युग में जीवन का जल देने वाले पवित्र आत्मा आन सांग होंग परमेश्वर और दुल्हिन यरूशलेम माता को ग्रहण करके स्वर्ग जाएं।