Q. सभी चर्च सुसमाचार का प्रचार करने का दावा करते हैं, लेकिन सुसमाचार का अर्थ अस्पष्ट है। सुसमाचार क्या है?
A. लगभग दो हजार साल पहले, यीशु पृथ्वी पर आए और हमें बचाने के लिए स्वर्ग के राज्य का सुसमाचार प्रचार किया। चूंकि वह यीशु थे जिन्होंने राज्य के सुसमाचार का प्रचार किया, सुसमाचार का अर्थ वे सभी शिक्षाएं हैं जिसे यीशु ने हमें स्वर्ग के राज्य की ओर नेतृत्व करने के लिए दिया।
मत 24:14 और राज्य का यह सुसमाचार सारे जगत में प्रचार किया जाएगा, कि सब जातियों पर गवाही हो, तब अन्त आ जाएगा।
मत 28:18–20 यीशु ने उनके पास आकर कहा, “स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है। इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ; और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ...”
सुसमाचार वह है जो यीशु ने हमें सिखाया और तीन साल तक उदाहरण के रूप में दिखाया। इसलिए, कौन सा चर्च सही सुसमाचार प्रचार कर रहा है जानने के लिए, हमें यह देखने की जरूरत है कि यदि चर्च यीशु की शिक्षाओं का पालन कर रहा है या नहीं जैसा वे बाइबल में अभिलिखित है।
जब हम उपदेश को देखते हैं जिसे दुनिया में कई चर्च प्रचार करते हैं, यह यीशु के प्रचार किए गए सुसमाचार से काफी अलग है। यह इसलिए क्योंकि वे राज्य के सुसमाचार के मूल तत्व को निकाल देते हैं, यानी, वह सत्य जो हमें पाप और मृत्यु से मुक्त करता है।
सुसमाचार जो पापियों को बचाता है
सुसमाचार “अच्छी खबर” कहलाता है। हमारे लिए सबसे अच्छी खबर क्या है? मौत की कतार में कैदी के लिए सबसे खुशी की खबर यह है कि वह क्षमा और मुक्त किया गया है। आत्मिक रूप से, हम मौत की कतार के कैदी हैं।
स्वर्ग में मौत की सजा पाने का पापों को करने के बाद हम पृथ्वी पर भेज दिए गए। इसलिए, हम पापियों के लिए, सबसे खशहाल और धन्य समाचार, यह है कि स्वर्ग में किए गए हमारे पाप माफ किए जाने के द्वारा हम अनन्त स्वतंत्रता का देश, स्वर्ग का राज्य वापस जा सकते हैं।
यीशु ने पृथ्वी पर आकर सुसमाचार का प्रचार किया वह उद्देश्य मानव जाति को बचाने के लिए था जो पाप और मृत्यु पर गिर पड़ा है। यही कारण है यीशु ने हमें, “पापियों” को राज्य का सुसमाचार प्रचार करते हुए “मन फिराने” को कहा।
मत 9:13 “...क्योंकि मैं धर्मियों को नहीं, परन्तु पापियों को बुलाने आया हूं।”
मत 4:17–23 उस समय से यीशु ने प्रचार करना और यह कहना आरम्भ किया, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आया है।”
यीशु सारे गलील में फिरता हुआ उन के आराधनालयों में उपदेश करता, और राज्य का सुसमाचार प्रचार करता...
इस प्रकार, राज्य का सुसमाचार, जो यीशु ने प्रचार किया, हमारी पापों की क्षमा से संबंधित है। यह कारण है “यीशु” नाम में यह अर्थ शामिल है, “वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।” (मत 1:21) पुराने नियम के समय के भविष्यद्वक्ताओं ने भविष्यवाणी की कि मसीह मानव जाति को पाप की गुलामी और मृत्यु से मुक्त करने के लिए पृथ्वी पर आएंगे, और यीशु ने कहा कि भविष्यवाणियां उनके द्वारा पूरा किया गया था।
लूक 4:16–21 फिर वह नासरत में आया, जहां पाला पोसा गया था; और अपनी रीति के अनुसार सब्त के दिन आराधनालय में जाकर पढ़ने के लिये खड़ा हुआ। यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक उसे दी गई, और उसने पुस्तक खोलकर, वह जगह निकाली जहां यह लिखा था: “प्रभु का आत्मा मुझ पर है, इसलिये कि उसने कंगालों को सुसमाचार सुनाने के लिये मेरा अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है कि बन्दियों को छुटकारे का और अंधों को दृष्टि पाने का सुसमाचार प्रचार करूं और कुचले हुओं को छुड़ाऊं, और प्रभु के प्रसन्न रहने के वर्ष का प्रचार करूं।” तब उसने पुस्तक बन्द करके सेवक के हाथ में दे दी और बैठ गया; और आराधनालय के सब लोगों की आंखें उस पर लगी थीं। तब वह उनसे कहने लगा, “आज ही यह लेख तुम्हारे सामने पूरा हुआ है।
मत 4:14–16 ताकि जो यशायाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था, वह पूरा हो: “जबूलून और नप्ताली के देश, झील के मार्ग से यरदन के पार, अन्यजातियों का गलील जो लोग अन्धकार में बैठे थे, उन्होंने बड़ी ज्योति देखी; और जो मृत्यु के देश और छाया में बैठे थे, उन पर ज्योति चमकी।”
पापों की क्षमा का मूल फसह है
भले ही कुछ लोग स्वतंत्र पुरूष होने का दावा करते है, गुलाम नहीं, पृथ्वी पर रहने वाले पूरी मानव जाति बिना चूक पाप और मृत्यु के दास हैं। उनके पास आग के झील में प्रवेश करने के अलावा कोई विकल्प नहीं जब तक उन्हें उनके पापों से क्षमा न किया जाए।
भले ही कुछ लोग स्वतंत्र पुरूष होने का दावा करते है, गुलाम नहीं, पृथ्वी पर रहने वाले पूरी मानव जाति बिना चूक पाप और मृत्यु के दास हैं। उनके पास आग के झील में प्रवेश करने के अलावा कोई विकल्प नहीं जब तक उन्हें उनके पापों से क्षमा न किया जाए।
यूह 8:32–34 “तुम सत्य को जानोगे, और सत्य तुम्हें स्वतंत्र करेगा।” उन्होंने उसको उत्तर दिया, “हम तो अब्राहम के वंश से हैं, और कभी किसी के दास नहीं हुए। फिर तू कैसे कहता है कि तुम स्वतंत्र हो जाओगे?” यीशु ने उनको उत्तर दिया, “मैं तुम से सच सच कहता हूं कि जो कोई पाप करता है, वह पाप का दास है।”
रोम 6:23 ...पाप की मजदूरी तो मृत्यु है...
प्रक 20:12–15 ...और जैसा उन पुस्तकों में लिखा हुआ था, वैसे ही उनके कामों के अनुसार मरे हुओं का न्याय किया गया...। यह आग की झील दूसरी मृत्यु है; और जिस किसी का नाम जीवन की पुस्तक में लिखा हुआ न मिला, वह आग की झील में डाला गया।
इतिहास के जरिए जो एक छाया के रूप मे काम करता है, परमेश्वर ने हमें पाप और मृत्यु जिनके हम गुलाम हैं मुक्त होने का मार्ग को दिखाया। जो की इस्राएलियों के इतिहास में दिखाया गया है जिन्हें गुलामी का देश मिस्र से मुक्त कराया गया।
मूसा के समय में, परमेश्वर ने इस्राएलियों को मिस्र से फसह के दिन मुक्त किया। परमेश्वर ने इस्राएलियों को फसह मनाने की आज्ञा दी, और उस रात , परमेश्वर ने मिस्र में सभी पहिलौठों को मार डाला। इस्राएली जिन्होंने फसह मनाया विपत्ती से बच सके और मिस्र से मुक्ती पा सके। फसह स्वतंत्रता और मुक्ति का दिन था।
निर्ग 12:11–42 ...वह तो यहोवा का पर्व होगा...। ऐसा हुआ कि आधी रात को यहोवा ने मिस्र देश में सिंहासन पर विराजनेवाले फिरौन से लेकर गड़हे में पड़े हुए बन्धुए तक, सबके पहिलौठों को, वरन् पशुओं तक के सब पहिलौठों को मार डाला...। और उन चार सौ तीस वर्षों के बीतने पर, ठीक उसी दिन, यहोवा की सारी सेना मिस्र देश से निकल गई। यहोवा इस्राएलियों को मिस्र देश से निकाल लाया, इस कारण वह रात उसके निमित्त मानने के योग्य है; यह यहोवा की वही रात है जिसका पीढ़ी पीढ़ी में मानना इस्राएलियों के लिये अवश्य है।
बाइबल गवाही देती है कि यीशु मूसा की तरह एक नबी है।(व्य 18:18; प्रे 3:20–23) परमेश्वर ने मूसा के द्वारा पूरा किया वह कार्य एक परछाई थी जो यीशु पूरा करेंगे। यीशु नये नियम के युग में भविष्यद्वक्ता मूसा के रूप में आए और नई वाचा के फसह के जरिए मानव जाति को पाप और मृत्यु की गुलामी से आजाद किया। (इब्र 3:5;10:1)
अपने चेलों के साथ मिलकर फसह मनाते हुए, यीशु ने हमें पापों की क्षमा और अनंत जीवन का वादा किया।
मत 26:17–28 अखमीरी रोटी के पर्व के पहले दिन... अत: चेलों ने यीशु की आज्ञा मानी और फसह तैयार किया...। यीशु ने रोटी ली, और आशीष मांगकर तोड़ी, और चेलों को देकर कहा, “लो, खाओ; यह मेरी देह है।” फिर उसने कटोरा लेकर धन्यवाद किया, और उन्हें देकर कहा, “तुम सब इसमें से पीओ, क्योंकि यह वाचा का मेरा वह लहू है, जो बहुतों के लिए पापों की क्षमा के निमित्त बहाया जाता है।”
यूह 6:54 “जो मेरा मांस खाता और मेरा लहू पीता है, अनन्त जीवन उसी का है; और मैं उसे अंतिम दिन फिर जिला उठाऊंगा।”
इसलिए, मानव जाति के लिए जो पापों के कारण हमेशा मृत्यु के लिए ठहराया गया था सबसे बड़ी खबर फसह है जो पापों की क्षमा और अनंत जीवन का वादा करता है। फसह की सच्चाई राज्य के सुसमाचार का मूल है।
सुसमाचार और नई वाचा
यीशु बेसब्री से अपने चेलों के साथ फसह मनाना चाहा, और फसह को नई वाचा कहा।
लूक 22:14–20 जब घड़ी आ पहुंची, तो वह प्रेरितों के साथ भोजन करने बैठा। और उसने उनसे कहा, “मुझे बड़ी लालसा थी कि दु:ख भोगने से पहले यह फसह तुम्हारे साथ खाऊं।”... फिर उसने रोटी ली, और धन्यवाद करके तोड़ी, और उनको यह कहते हुए दी, “यह मेरी देह है जो तुम्हारे लिये दी जाती है: मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।” इसी रीति से उसने भोजन के बाद कटोरा भी यह कहते हुए दिया, “यह कटोरा मेरे उस लहू में जो तुम्हारे लिये बहाया जाता है नई वाचा है।”
पे्ररित पौलुस, जिन्होंने राज्य के सुसमाचार का मूल को अहसास किया जिसे यीशु ने प्रचार किया, खुद को सुसमाचार का सेवक या नई वाचा का सेवक कहा। वैसा करते हुए, उसने गवाही दी कि सुसमाचार नई वाचा है।
कुल 1:23 ...और उस सुसमाचार की आशा को जिसे तुम ने सुना है न छोड़ो, जिसका प्रचार आकाश के नीचे की सारी सृष्टि में किया गया, और जिसका मैं, पौलुस, सेवक बना।
2कुर 3:6 जिसने हमें नई वाचा के सेवक होने के योग्य भी किया...
प्रेरित पौलुस, जो मसीह के सुसमाचार का अनुकरण करना चाहता था और अपने मरने तक प्रचार किया, उसने जोर दिया कि नई वाचा फसह के शिक्षाओं को उद्धारकर्ता यीशु से प्राप्त किया।
1कुर 11:23–25 क्योंकि यह बात मुझे प्रभु से पहुंची, और मैं ने तुम्हें भी पहुंचा दी कि प्रभु यीशु ने जिस रात वह पकड़वाया गया, रोटी ली, और धन्यवाद करके उसे तोड़ी और कहा, “यह मेरी देह है, जो तुम्हारे लिये है: मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।” इसी रीति से उसने बियारी के पीछे कटोरा भी लिया और कहा, “यह कटोरा मेरे लहू में नई वाचा है: जब कभी पीओ, तो मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।”
उन लोगों का अंत जो दूसरा सुसमाचार प्रचार कहते हैं
जैसा हम अब तक अध्ययन किया, राज्य का सुसमाचार, जिसे यीशु ने हमें पापों से मुक्त करने के लिए प्रचार किया, नई वाचा का फसह है। तब, चर्च जो सुसमाचार का प्रचार करता है उनके पास फसह का सत्य होना चाहिए। हालांकि, दुर्भाग्य से, आज के दिन में कई चर्च नई वाचा के फसह को न जानते हुए सुसमाचार के लिए चिल्लाते है।
नये नियम के कई हिस्सों में यह गवाही दी गई है कि मसीह के सुसमाचार का मूल नई वाचा का फसह पर है, पर दूसरी शताब्दी के मध्य से सुसमाचार बदलने लगा और चौथी शताब्दी के मध्य में पूरी तहर से बदल गया। इन दिनों, सुसमाचार जो यीशु ने हमें दो हजार साल पहले सिखाया पूरी तहर से खो गया है, कि लोग यह भी नहीं जानते कि क्या बदल गया है। उदाहरण के लिए, अधिकांश चर्च फसह नहीं रखते जिसे यीशु खुद रखे और हमें करने की आज्ञा दी जैसा उन्होंने किया; इसके बजाय वे बड़े धूम धाम से 25 दिसंबर, सूर्य देवता का जन्मदिन मनाते हैं।
बाइबल चेतावनी देती है कि लोग नष्ट किए जाएंगे यदि वे राज्य का सुसमाचार नहीं रखते जिसे यीशु ने प्रचार किया, भले ही अपने होठों से स्वीकार करते हों कि यीशु उद्धारकर्ता है। इस कारण, यदि लोग मसीह के सुसमाचार को बिगाड़ते हैं, दूसरा सुसमाचार प्रचार करते हैं, और नई वाचा के फसह का पालन नहीं करते हैं जिसकी मसीह का सुसमाचार है, वे निश्चित ही दंड़ किए जाएंगे।
गल 1:6–8 मुझे आश्चर्य होता है कि जिसने तुम्हें मसीह के अनुग्रह में बुलाया उससे तुम इतनी जल्दी फिर कर और ही प्रकार के सुसमाचार की ओर झुकने लगे। परन्तु वह दूसरा सुसमाचार है ही नहीं: पर बात यह है कि कितने ऐसे हैं जो तुम्हें घबरा देते, और मसीह के सुसमाचार को बिगाड़ना चाहते हैं। परन्तु यदि हम, या स्वर्ग से कोई दूत भी उस सुसमाचार को छोड़ जो हम ने तुम को सुनाया है, कोई और सुसमाचार तुम्हें सुनाए, तो शापित हो।
2थिस 1:7–9 ... उस समय जब कि प्रभु यीशु अपने सामर्थी दूतों के साथ, धधकती हुई आग में स्वर्ग से प्रगट होगा। और जो परमेश्वर को नहीं पहचानते और हमारे प्रभु यीशु के सुसमाचार को नहीं मानते उनसे पलटा लेगा। वे प्रभु के सामने से और उसकी शक्ति के तेज से दूर होकर अनन्त विनाश का दण्ड पाएंगे।
इन चेतावनियों के बावजूद, लोग फसह को न रखते हुए और दूसरा सुसमाचार के खतरे को न जानते हुए स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करने के लिए तत्पर हैं। लाग 2,000 साल पहले यीशु के प्रचार किए गए जीवन का सत्य को न जानते हुए एक अलग सुसमाचार का अनुकरण कर रहे थे और स्वर्ग से दूर हो जा रहे हैं, उन लोगों को बचाने के लिए परमेश्वर स्वयं आए।( यहेज 34:5–23 )
नई वाचा का सुसमाचार, जो इतिहास से गायब हो गया था, पुन:स्थापित किया गया है और फसह का रोशनी फिर से चमक रहा है परमेश्वर के बलिदान के लिए धन्यवाद देते हैं जो स्वर्ग में अपनी सारी महिमा का त्याग करते हुए दूसरी बार इस पृथ्वी पर आए। आइए हम स्वर्गीय पिता और माता को अनंत धन्यवाद और महिमा दे जिन्होंने, स्वर्ग की महिमा को पीछे छोडकर लंबे समय से खुद को बलिदान किया, और असली सुसमाचार की रोशनी को अधिक तेजी से पूरे दुनिया में चमकाएं।