
ⓒ 2016 WATV
चर्च ऑफ गॉड के 200 से अधिक विश्वविद्यालय के छात्रों ने संसार के लोगों के साथ मित्रता स्थापित करते हुए एक विशेष ग्रीष्म–अवकाश बिताया।
इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी स्टूडेंट बाइबल अकादमी(IUBA) के शिक्षण पाठ्यक्रमों के तहत छात्रों को विदेशी संस्कृति का अनुभव कराने के लिए आयोजित किए गए कार्यक्रम में छात्रों ने स्वेच्छा से आवेदन किया था और दुनिया की अलग–अलग जगहों में अर्थपूर्ण गतिविधियां करके विभिन्न अनुभव प्राप्त किए। विदेशी संस्कृति अनुभव एक ऐसा कार्यक्रम है जो पढ़ाई पर पूरी लगन से ध्यान केंद्रित करने वाले विश्वविद्यालय के छात्रों को स्वयंसेवा कार्यों, संस्कृतियों के आदान–प्रदान आदि के द्वारा अपने अनुभव का विस्तार करने की अनुमति देता है और स्थानीय समुदायों में भी सकारात्मक प्रभाव लाता है।
20 जुलाई से 11 अगस्त तक, यानी लगभग तीन सप्ताहों तक स्पेन के मैड्रिड, फ्रांस के पेरिस, नीदरलैंड के एम्स्टर्डम, नेपाल के काठमांडू, मलेशिया के कुआलालंपुर, भारत के नई दिल्ली इत्यादि 23 देशों के 26 शहरों में छात्रों ने अपने व्यस्त कार्यक्रमों को पूरा किया।

ⓒ 2016 WATV
विशेष रूप से वे स्वयंसेवा कार्य करने में बहुत सक्रीय रहे। नेपाल में जहां लोग बड़े भूकंप के बाद शहरों को पुन: नए सिरे से सुनियोजित तरीके से बसाने में व्यस्थ थे, उन्होंने चर्च ऑफ गॉड के स्थानीय सदस्यों की सहायता की और “मदर्स स्कूल(Mother’s School)” नामक एक स्थानीय प्राथमिक स्कूल का नवनिर्माण किया। भारत में जहां वायु–प्रदूषण एक बड़ी समस्या है, उन्होंने वृक्षारोपन अभियान का आयोजन किया। फिलीपींस के क्वूजन सिटी और अर्जेंटीना के ब्यूएनोस ऐरेस में उन्होंने स्थानीय सदस्यों और नागरिकों के साथ मिलकर सड़क सफाई अभियान आयोजित किया। इंग्लैंड के लंडन, मलेशिया के पेनांग आदि में भी उन्होंने स्थानीय व सरकारी संस्थानों और विश्वविद्यालयों सहित बहुत से संगठनों से संपर्क करके नागरिकों की भागीदारी को बढ़ाया और आगामी कार्यों पर चर्चा करते हुए अर्थपूर्ण पदचिन्ह छोड़े।
संस्कृतियों का आदान–प्रदान सक्रीय रूप से किया गया। मलेशिया में उन्होंने थैग्वंडो का प्रदर्शन और पारंपरिक कोरियाई पोशाक(हानबोक) का अनुभव जैसे कार्यक्रमों के द्वारा कोरियाई संस्कृति को फैलाया, और मेक्सिको के पुएब्ला में उन्होंने पारंपरिक कोरियाई खेल, हस्तशिल्प–कला आदि के द्वारा लोगों के लिए अविस्मरणीय स्मरण बनाया।

ⓒ 2016 WATV
स्थानीय लोग भी उनकी गतिविधियों से काफी प्रेरित हुए, और बहुत से समूहों और सरकारी अधिकारियों ने उनका स्वागत किया और उनके प्रयासों की प्रशंसा की। विशेष रूप से जब से चर्च ऑफ गॉड ने इंग्लैंड की रानी का पुरस्कार पाया है, तब से इंग्लैड के राष्ट्रमंडल देशों ने चर्च ऑफ गॉड में अधिक दिलचस्पी दिखाई, और उनकी प्रतिक्रिया पहले से काफी अलग हो गई। इंग्लैंड में एक स्थानीय मीडिया ने विदेशी संस्कृति अनुभव समूह के स्वयंसेवकों की गतिविधियों को प्रसारित किया; ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन के नगर परिषद के एक पार्षद ने प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इसके अलावा, दक्षिण अफ्रीका गणराज्य में केप टाउन के नगर निगम कार्यालय के सब कर्मचारी जलवायु परिवर्तन से निपटने के उपायों के बारे में उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रजेन्टेशन पर सहमत हुए और आगे की गतिविधियों में समर्थन देने की प्रतिज्ञा दी।
सारा कार्यक्रम समाप्त करने के बाद कोरिया लौट आए छात्रों के चेहरे बहुत उत्सुक दिख रहे थे। उन्होंने एक आवाज में कहा, “दुनिया विशाल है, और युवाओं के पास करने के लिए बहुत सारे काम हैं।” मेक्सिको पुएब्ला टीम की एक सदस्य, बहन किम जिन सन(ग्यंगबुक विश्वविद्यालय से) ने कहा, “पहले, मैं नौकरी ढूंढ़ने और अच्छे गे्रड पाने के चक्कर में स्वयं को दबा हुआ महसूस महसूस करती थी। अब मैं स्नातक के फाइनल सेमेस्टर में हूं और मैं बहुत ही आभारी हूं कि मुझे बहुत सी चीजों को सीखकर अपने अनुभव को बढ़ाने का अवसर मिला।” मलेशिया के कुआलालंपुर से लौट आई बहन छोई जि उन(सुकम्यंग महिला विश्वविद्यालय से) ने यह कहकर अपना संकल्प दिखाया, “मैं एक वैश्विक नेता बनना चाहती हूं जो परमेश्वर की अच्छी शिक्षाओं और ज्ञान से जिसे मैंने स्कूल में सीखा है, अंतर्राष्ट्रीय समाज की मदद करे।”
छात्रों ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करते हुए गैरसरकारी राजनयिकों की बड़ी भूमिका निभाई। खरी निष्ठा, प्रचुर ज्ञान और जोशीले उत्साह से भरे हुए उन छात्रों से कुछ प्रभावी कदमों की अपेक्षा की जाती है।