विदेशी सदस्यों ने 69वें विदेशी मुलाकाती दल के रूप में कोरिया का दौरा किया। वे 17 स्पेनिश या पुर्तगाली बोलनेवाले देशों के 82 स्थानीय चर्चों से आए; वे मुख्य रूप से कोरिया से सबसे दूर स्थित महाद्वीप, यानी मध्य व दक्षिण अमेरिका से और यूरोप और अफ्रीका महाद्वीप से आए।
जेजु द्वीप में 6 अगस्त को इस नए मन्दिर के उद्घाटन के लिए आराधना आयोजित की गई।
इंग्लैंड की रानी का स्वयंसेवा पुरस्कार जीतने के बाद, ऑस्ट्रेलिया और कोरिया में अच्छी खबरों का सिलसिला जारी रहा। ऑस्ट्रेलिया में केवीबी(Keep Victoria Beautiful) नामक एक पर्यावरण समूह की ओर से आयोजित “सस्टेनेबल सिटीस अवार्ड 2016(Sustainable Cities Awards 2016)” में चर्च ऑफ गॉड ने पुरस्कार जीता, और फिर कोरिया में पर्यावरण विभाग द्वारा प्रायोजित तथा पर्यावरण कानून अखबार का प्रकाशन कंपनी द्वारा आयोजित “ग्रीन पर्यावरण अवार्ड 2016” में पर्यावरण मंत्री पुरस्कार जीता।
सात अरब लोगों को प्रचार करने के आंदोलन के तहत उमड़कर आने वाले नए सदस्यों का हार्दिक स्वागत करने के लिए दो सुसमाचार के पालने निर्मित किए गए हैं। वे यजु चर्च और डेजन का जुंगछोन चर्च हैं।
30 मई 2016 में एशिया, अफ्रीका और ओशिनिया के 109 चर्चों से लगभग 240 सदस्यों ने कोरिया में प्रवेश किया।
पुनरुत्थान के बाद चालीसवें दिन घटी मसीह के स्वर्गारोहण की घटना को स्मरण रखने के लिए, 5 मई को दुनिया भर के चर्च ऑफ गॉड में स्वर्गारोहण के दिन की पवित्र सभा आयोजित की गई। उस दिन से 10 दिन बाद 15 मई को पिन्तेकुस्त के दिन की पवित्र सभा आयोजित की गई।
उत्तरी अमेरिका और यूरोप के सदस्यों से गठित 66वें विदेशी मुलाकाती दल के सदस्यों ने कोरिया में आया। उन्होंने परमेश्वर का वचन और प्रमे सीखते हुए सात अरब लोगों को प्रचार करने का संकल्प लिया।
अप्रैल को जब वसंत की सुहावनी धूप खिली और सुन्दर फूल सबके मन को मोह ले रहे थे, तीन नए मन्दिरों के उद्घाटनों के लिए आराधनाएं हुईं। वे छुंगछंग प्रांत में स्थित बोल्यंग, होंगसंग और आसानबेबांग चर्च ऑफ गॉड हैं।
वर्ष 2016 में प्रथम वार्षिक पर्व, यानी फसह का पर्व 22 मार्च(पवित्र कैलेंडर के अनुसार पहले महीने का चौदहवां दिन) की शाम को दुनिया भर के 175 देशों के करीब 2,500 चर्चों में मनाया गया। उसके अगले दिन अखमीरी रोटी का पर्व मनाया गया और फिर 27 तारीख को पुनरुत्थान का दिन मनाया गया।
6 मार्च 2016 को महासभा 2016 आयोजित की गई। कोरिया व विदेशों के पुरोहित कर्मचारी नई यरूशलेम फानग्यो मंदिर में इकट्ठे हुए और चार रात व पांच दिनों के लिए महासभा में भाग लिया। वहां उन्होंने पिछले वर्ष के सुसमाचार के कार्य का निरीक्षण किया जिसने अन्य वर्षों की तुलना में अधिक प्रचुर फलों का परिणाम पैदा किया, और वर्ष 2016 के लिए सुसमाचार के कार्य के विकास की दिशा को निर्धारित किया।