“खुशबूदार पतझड़ में पर्वत और पेड़ बदल गए। सभी पत्ते पकने पर लाल, पीले, भूरे हुए… चाहे अब हम जवान हैं, लेकिन समय उड़ेगा। थोड़ी देर में सफेद रंग में रंग कर बदल जाएंगे। मनुष्य घास के समान है! कौन सी महिमा चाहते हो? आंधी बहने से पहले अनंत दुनिया चलें!”
जैसे मसीह आन सांग होंग द्वारा छोड़ी गई कविता में लिखा गया है, पतझड़ आया है जब पर्वत और पेड़ लाल, पीले, भूरे रंग में बदल जाता है। पतझड़ का मौसम हमें अपने जीवन के अर्थ के बारे में विचार करने देता है। इसी दौरान, मसीह आन सांग होंग के जन्म की 100वीं सालगिरह के अवसर पर अमेरिका, इंग्लैड, भारत, नेपाल, फिलीपींस, मंगोलिया, ब्राजील, मेक्सिको, इक्वाडोर, पेरू, चिली इत्यादि 25 देशों के 87 चर्चों से लगभग 140 तीर्थयात्रियों ने कोरिया में नई यरूशलेम का दौरा किया।
ⓒ 2018 WATV
29 अक्टूबर के आसपास, 72वें विदेशी मुलाकाती दल के सदस्यों ने जो चिकित्सा, शिक्षा, विज्ञान, राजनीति, व्यापार, कानून, वित्त, फिल्म निर्माण, नृत्य आदि विभन्न क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं, भविष्यवाणी की भूमि, कोरिया में अपना कदम रखा। माता ने उनका हार्दिक स्वागत किया जो अपने व्यस्त कार्यक्रमों के बावजूद दूर देशों से कोरिया तक बादलों और कबूतरों के समान उड़ आए। माता ने उन्हें आशीष दी ताकि वे स्वर्गीय पिता से झरने की तरह पवित्र आत्मा पाकर महान सुसमाचार के सेवक बन सकें जो उद्धार की ओर बहुत सी आत्माओं का नेतृत्व करते हैं।
बाइबल अध्ययन के साथ-साथ, विदेशी मुलाकाती दल के सदस्यों ने अंतर्राष्ट्रीय फोरम और अंतर्राष्ट्रीय बाइबल सेमिनार में भाग लिया, और उन्हें याद दिलाया गया कि उन्हें पाप और आपदाओं से पीड़ित मानव जाति को माता के प्रेम से बचाने के कार्य में भाग लेना चाहिए। उन्होंने शरीर में आए स्वर्गीय पिता और माता के पदचिन्हों पर चलते हुए इंचियोन में नाक्सम चर्च और सियोल में ग्वानक, डोंगडेमुन और सोंगपा चर्चों के साथ-साथ नई यरूशलेम फानग्यो मंदिर का भी दौरा किया। उन्होंने यह देखने के लिए चर्च ऑफ गॉड इतिहास संग्रहालय का दौरा किया कि बाइबल की भविष्यवाणियों के अनुसार चर्च कैसे विकसित हुआ है। वे सियोल में प्राचीन महल और गगनचुंबी इमारत की वेधशाला का दौरा करते हुए कोरियाई परंपराओं की सुंदरता और कोरिया के शानदार आर्थिक विकास से आश्चर्यचकित हुए। वे ह्वासंग में डोंगटान चर्च की उद्घाटन आराधना में शामिल हुए और उन्होंने एहसास किया कि कितनी तेजी से सुसमाचार का कार्य किया जा रहा है।
सभी कार्यक्रमों में से, 4 नवंबर को नई यरूशलेम माता के प्रेम और अनुग्रह के लिए प्रशंसा चढ़ाने हेतु ओकछन गो एन्ड कम प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित किया गया समारोह सबसे विशेष था। 72वें विदेशी मुलाकाती दल के सदस्यों ने लगभग 17,000 कोरियाई सदस्यों के साथ समारोह में भाग लिया और विशेष गायक दल के रूप में गीत गाकर और समकालीन नृत्य प्रदर्शित करते हुए परमेश्वर की महिमा की। 25 देशों के विदेशी गायक दल के सदस्यों ने अपने हृदयों में माता का प्रेम लेकर एकता में गीत गाते हुए सराहना प्राप्त की। समकालीन नृत्य ने यह संदेश देते हुए सभी सदस्यों को गहराई से अभिभूत कर दिया कि हम जो इस पृथ्वी पर भटकते रहते थे, स्वर्गीय माता से मिलकर यह एहसास कर सके कि हम कौन हैं, और माता की शिक्षा और बलिदान के द्वारा आत्मिक पंखों को वापस प्राप्त करके स्वर्ग वापस जा सकते हैं। इक्वेडोर के ग्वायाकिल में एक विश्वविद्यालय की प्राध्या पिका अलेजैंड्रा डाजा और एक नृत्य अकादमी की सीईओ, बैलेरिना जोकोंडा मोरालेस ने, जिन्होंने समकालीन नृत्य प्रदर्शित किया था, कहा, “समकालीन नृत्य के द्वारा, हमने माता के हार्दिक प्रेम का एहसास किया जो अपनी संतानों की रक्षा करती हैं। चाहे यह एक छोटा सा प्रदर्शन था, हम एक मन होकर स्वर्गीय पिता और माता को अपना नृत्य दिखा सके, इसके लिए हम बहुत खुश हैं।”
विदेशी मुलाकाती दल के सदस्यों ने कहा, “माता के साथ बिताया गया पूरा समय सुंदर और आनंदित था। वह प्रेमपूर्ण था।”, “भिन्न-भिन्न देशों के सदस्यों से मैंने स्वर्गीय परिवार के प्रेम को महसूस किया।” अगले दिन अपने कार्यक्रम को खत्म करने के बाद, वे अपने सभी खोए हुए स्वर्गीय परिवार के सदस्यों को खोजने और पूरी दुनिया में माता के प्रेम का प्रचार करने के संकल्प के साथ अपने-अपने देश लौट गए।
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