ⓒ 2017 WATV
चर्च ऑफ गॉड के विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए जो आराधना नए सत्र के आरंभ अवसर पर आयोजित होती है, एक वार्षिक कार्यक्रम बन गया है। इस वर्ष 5 मार्च को देश भर में विश्वविद्यालय के छात्रों, पुरोहित कर्मचारियों और युवा सदस्यों के शिक्षकों सहित 4,000 से अधिक सदस्यों ने नई यरूशलेम फानग्यो मंदिर में आयोजित आराधना में भाग लिया। छात्र जो मुख्य आराधनालय, सेमिनार कक्ष और बहुउद्देशीय कक्ष में भरे हुए थे, नई शुरुआत करने के लिए उत्सुक दिखे।
स्वर्गीय माता ने असीम आशीषों को विश्वविद्यालय के छात्रों पर उंडेल दिया जो नए सत्र को शुरू करने वाले थे, और जो पढ़ाई में मन लगाते हैं और साथ ही सुसमाचार के कार्य में भी जुटते हैं उन्हें माता ने भविष्यवाणी किए गए पात्र कहकर उनकी प्रशंसा की। और माता ने कहा, “भविष्यवाणी किए गए पात्र वे हैं जो परमेश्वर के वचनों को मानते और उन्हें अमल में लाते हैं। अब भविष्यवाणियां तेजी से पूरी हो रही हैं। मुझे आशा है कि आप अपने जवानी के जोशीले दिनों में प्रेम, साहस, धीरज, उत्साह और बुद्धि के साथ, जिनका विश्वास के पूर्वजों ने नमूना दिखाया, परमेश्वर की इच्छा को अमल में लाने का अधिक प्रयास करेंगे और आशीषित भविष्य खोलेंगे।”(मर 13:33–37; रो 13:11–14; इब्र 11:24–26; 2तीम 2:22)
यह दिन ग्यंगचीप था(सुस्ती से जागृत होने का दिन), जो पारंपरिक पूर्व एशियाई चन्द्र–सौर कैलेंडर के 24 पॉइंट्स में से एक है। प्रधान पादरी किम जू चिअल ने कहा, “मैं आशा करता हूं कि वर्ष के इस समय के आसपास जैसे सभी चीजें सुस्ती से जाग उठती हैं, ठीक वैसे हमारे सभी युवा सदस्य जाग उठेंगे और बाइबल की भविष्यवाणियों को पूरा करनेवाले नायकों के रूप में दृढ़ खड़े रहेंगे।” उन्होंने कामना की कि वे छात्रों और विश्वासियों के रूप में पढ़ाई करने के लिए भी और विश्वास का जीवन जीने के लिए भी कड़ा यत्न करें, ताकि वे बिना किसी अफसोस के अपना युवाकाल बिता सकें। पादरी किम ने कार्य और अमल पर जोर देते हुए कहा, “जीवित विश्वास सिर्फ वचन को मानना नहीं, लेकिन उसके अनुसार काम करना है। भविष्यवाणी किए गए पात्रों के रूप में आइए हम परमेश्वर की इस भविष्यवाणी पर दृढ़ विश्वास करें कि सामरिया और पृथ्वी की छोर तक सुसमाचार प्रचार किया जाएगा, और आइए हम कार्य करने के द्वारा भविष्यवाणी किए गए परिणाम को हासिल करें।”(याक 2:14–17)
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आराधना के बाद IUBA के अधिक अंक प्राप्त करने वालों को और दूसरे क्षेत्र में कुछ छात्र सदस्यों को पुरस्कृत किया गया और उस समय तक किए गए कार्यों के सफल उदाहरणों को पेश किया गया। प्रदर्शन में बताया गया कि चर्च ऑफ गॉड के विश्वविद्यालय के छात्रों ने अपने युवा जोश और उत्साह के साथ दुनिया भर में विभिन्न स्वयंसेवा के कार्य किए हैं। वे ग्रीष्म अवकाश के दौरान विदेशी संस्कृति अनुभव टीम के रूप में 23 देशों के 26 शहरों में गए और शीतकालीन अवकाश के दौरान 12 देशों के 15 शहरों में गए, और उन्होंने बहुत सी गतिविधियों का आयोजन किया जैसे कि वृक्षारोपण, शहर में और नदियों के आसपास सफाई करना, बाल कल्याण सुविधाओं का दौरा करना इत्यादि। उन्होंने दूसरे देशों से कोरिया में पढ़ने के लिए आए विदेशी छात्रों के लिए विविध कार्यक्रमों को आयोजित किया जैसे कि पाक संस्कृति–विनिमय, बहुसांस्कृतिक बाल केन्द्रों का दौरा करना, पारंपरिक कोरियाई संस्कृति का अनुभव करना इत्यादि। इस वर्ष जनवरी में चर्च ऑफ गॉड के विश्वविद्यालयों के छात्रों के ASEZ स्वयंसेवा–दल ने दुनिया भर में 80 से अधिक कैंपसों में सफाई अभियान आयोजित किया और नागरिकों में पर्यावरण के मुद्दों के प्रति जागरूकता और उसे सुधारने की इच्छा पैदा करने में योगदान दिया।
हर देश की सार्वजनिक संस्थाओं और स्थानीय सरकारों के द्वारा उन्हें दिए गए प्रशंसा के प्रमाणपत्र यह दिखाते हैं कि वे सिर्फ कैंपस के बाड़े को ही नहीं, बल्कि देश और संस्कृति की सीमा को भी पार करके अंतरराष्ट्रीय समाज पर सकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं।
सजीव तरीके से पेश किए उदाहरणों को सुनने के बाद छात्र जो अपने घर लौट रहे थे, पहले से अधिक उत्सुक दिख रहे थे।
जो यंग जीन ने जो जोसन विश्वविद्यालय के तीसरे वर्ष में है, यह कहा, “मुझे विश्वास है कि यदि दुनिया भर में विश्वविद्यालय के छात्र अपने जोश और ज्ञान के साथ अच्छी बातों के लिए एक साथ मिलकर काम करें, तो वे महान परिणाम लाएंगे। स्वयंसेवा के कार्य, सेमिनार इत्यादि गतिविधियों से जिनमें अब तक मैंने भाग लिया है, सिर्फ दूसरों की मदद ही नहीं की गई है, लेकिन मेरी कमी भी पूरी हुई। उनका अनुभव मेरे लिए बहुमूल्य था और ऐसा अनुभव था जो मुझे पुस्तक पढ़कर नहीं मिल सकता।”
सगांग विश्वविद्यालय के ग्रेजुएट मीडिया स्कूल की छात्रा जंग सो यंग ने कहा, “मैं ग्रेजुएट स्कूल में प्रवेश करने के बाद भी नए सत्र के शुभारंभ अवसर पर आराधना में उपस्थित हुई हूं। आराधना के दौरान बाइबल के वचन सुनकर मेरा तन–मन जो अवकाश के दौरान सुस्त एवं ढीला पड़ा था, फुर्तीला हो गया है, और पूरे व्यस्त और थकाऊ सत्र में भी मुझे सामर्थ्य और सांत्वना मिल सकेगी।”
इनजे विश्वविद्यालय में नया प्रवेश लेने वाली छात्रा होंग जु ही ने कहा, “मैं इस बात को लेकर उत्सुक थी कि मैं विश्वविद्यालय की छात्रा बनी हूं, लेकिन मुझे डर भी लगा था। आज के वचनों को सुनने के बाद, मेरी डर की भावना एकदम मिट गई है और बस मैं उत्सुक रहती हूं। मुझे विश्वास है कि यदि मैं अपने सीनियर छात्रों के जैसे करूं तो अपना पहला वर्ष बिना अफसोस के बिता सकूंगी।”
परमेश्वर के वचनों के द्वारा विश्वविद्यालय के छात्रों ने नए सत्र के प्रति अपनी नई आशा और संकल्प लिए हुए कैंपस में अपना नया कदम बढ़ना शुरू किया है।