आत्मिक गुरुत्वाकर्षण

  • समय |
  • वाचन | 5573
इस संसार की सभी वस्तुएं एक दूसरे को आकर्षित करती हैं। परमेश्वर और हमारे बीच की दूरी जितनी बढ़ती है, हमारा आत्मिक बल उतना ही कम होता जाता है और विश्वास कमजोर हो जाता है. और यदि हम परमेश्वर के समीप आते हैं, पवित्र आत्मा का आत्मिक बल मज़बूत होता है,

हमें परमेश्वर के समीप जाने से रोकने के लिए, शैतान इस संसार को और भी ज्यादा दुष्ट और लोभी बनाता है, और हमेशा कुछ चालाक तरकीबें लगाता है कि हम परमेश्वर के नियमों को तोड़ दें.
वीडियोओडियो
मेरे द्वारा देखे गए उपदेश