मनुष्य की आज्ञाएं और परमेश्वर की आज्ञाएं

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क्या दुनिया में बहुत सारे चर्च अनंत उद्धार पाने के योग्य हैं?
लोग जो मनुष्य की आज्ञाएं मनाते हुए व्यर्थ परमेश्वर की उपासना करते हैं, वे स्वर्ग के राज्य में प्रवेश नहीं कर सकते।
कैन का बलिदान(व्यर्थ उपासना) = मनुष्य की आज्ञाओं से उपासना करना
हाबिल का बलिदान(सच्ची उपासना) = परमेश्वर की आज्ञाओं से उपासना करना
इस युग में परमेश्वर के संतान और शैतान के बीच आत्मिक युद्ध चल रहा है।
हमें सारे संसार के लोगों की अगुवाई सिय्योन में करनी चाहिए जहां हम परमेश्वर की आज्ञाओं को मना सकते हैं।
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