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वर्ष 2018 नरसिंगों के पर्व और प्रायश्चित्त के दिन की पवित्र सभा

  • देश | कोरिया
  • तिथि | 10/सितंबर/2018
ⓒ 2018 WATV
“इस्राएलियों से कह कि सातवें महीने के पहले दिन को तुम्हारे लिए परमविश्राम हो, उसमें स्मरण दिलाने के लिए नरसिंगे फूंके जाएं और एक पवित्र सभा इकट्ठी हो"... "उसी सातवें महीने का दसवां दिन प्रायश्चित्त का दिन माना जाए; वह तुम्हारी पवित्र सभा का दिन होगा, और उसमें तुम अपने अपने जीव को दु;ख देना और यहोवा के लिए हव्य चढ़ाना।"(लैव 23:24-27)

परमेश्वर के तीन बार में सात पर्वों में से तीसरे बाग में पतझड़ के पर्व 10 सितंबर(पवित्र कैलेंडर के अनुसार सातवें महीने का पहला दिन) को नरसिंगों के पर्व की पवित्र सभा से शुरू हुए। दस दिनों के बाद, 19 तारीख को(पवित्र कैलेंडर के अनुसार सातवें महीने का दसवां दिन), प्रायश्चित्त के दिन की पवित्र सभा आयोजित की गई। इस वर्ष, जो मसीह आन सांग होंग के जन्मदिवस की 100वीं सालगिरह है, जिन्होंने प्रेरितों के युग के बाद नष्ट हुई नई वाचा को पुन:स्थापित किया, 175 देशों में चर्च ऑफ गॉड के सदस्यों ने पर्वों के अर्थ और परमेश्वर के अनुग्रह को अपने मन में अंकित करके एक साथ मिलकर आराधनाओं में भाग लिया।

नरसिंगों का पर्व: अपने सच्चे पश्चाताप के द्वारा सभी लोगों की अगुवाई पापों की क्षमा में करें

पतझड़ के पवित्र पर्व माता की उत्सुक प्रार्थना से शुरू हुए। नई यरूशलेम फानग्यो मंदिर में आयोजित नरसिंगों के पर्व की पवित्र सभा के द्वारा, माता ने प्रार्थना की कि उनकी सभी संतान ईमानदारी से पश्चाताप करें ताकि वे स्वर्ग में और पृथ्वी पर किए अपने सभी पापों से शुद्ध हों और स्वर्ग के राज्य के योग्य बनने के लिए फिर से जन्म लें, और सुसमाचार की तुरही जोर से फूंककर, जो सभी 7 अरब लोगों को मन फिराने के लिए आग्रह करती है, बहुत सी आत्माओं को पापों से फिरने के लिए अगुवाई करें।

प्रधान पादरी किम जू चिअल ने कहा, "हम किसी और से अधिक धन्य हैं क्योंकि हमने पवित्र आत्मा के युग में, जब परमेश्वर ने पर्वों और सिय्योन को पुन:स्थापित किया, पापों की क्षमा और उद्धार की आशीष पाई है," और पर्वों को बहुमूल्य रूप से मनाकर परमेश्वर को सच्चा धन्यवाद और प्रशंसा देने के लिए हमें प्रोत्साहित किया। उन्होंने यीशु की शिक्षाओं में से उड़ाऊ पुत्र के दृष्टांत के द्वारा पश्चाताप के अर्थ और महत्व को भी समझाया। दृष्टांत में, पुत्र अपने पिता से संपत्ति में से अपना भाग प्राप्त करके दूर देश को जाता है, और वहां कुकर्म में अपनी संपत्ति उड़ा देता है। परन्तु, उसके अपना सब कुछ खर्च करने के बाद, वहां बड़ा अकल पड़ा और वह कंगाल हो गया। आखिर में पुत्र को अपने किए पर पछतावा होने लगा और वह यह सोचते हुए घर लौटता है कि पिता का मजदूर बनना बेहतर है। लेकिन, उसका पिता उसे गले लगाता है और यह कहते हुए आनन्द करता है, "मेरा यह पुत्र मर गया था, फिर जी गया है; खो गया था, अब मिल गया है।" पादरी किम जू चिअल ने कहा, "पश्चाताप करने से पहले हम पाप के दास थे। परन्तु, पश्चाताप करने के बाद, हमें धार्मिकता के सेवकों के रूप में पवित्र जीवन जीना चाहिए जो अनन्त जीवन में अगुवाई करता है। जैसे नबी योना, जिसने आज्ञा न मानने के पाप से फिर कर, नीनवे के 1,20,000 लोगों का मन फिराने में नेतृत्व किया, ठीक वैसे वे जो पश्चाताप करते हैं, एक दिन में भी महान कार्य प्राप्त कर सकते हैं। आइए हम सिर्फ पश्चाताप न करें, लेकिन सारी मानवजाति की अगुवाई पापों की क्षमा में करें"(लूक 15:11-24; योना 2-3; रो 6:16-22; प्रे 3:17-19)।

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नरसिंगों के पर्व और प्रायश्चित्त के दिन की शुरुआत

निर्गमन के बाद, इस्राएलियों ने जंगल में सोने का बछड़ा बनाकर उसकी उपासना करने का पाप किया। इस घटना के कारण, दस आज्ञाओं की पटियाएं जो मूसा को सीनै पर्वत पर जाने के 40 दिनों के बाद प्राप्त हुई थीं, टुकड़े टुकड़े हो गईं, और 3,000 मूर्ति पूजकों ने अपना जीवन खोया।

जब लोगों ने अपने गहने उतारे और पूरे हृदय से पश्चाताप किया, तब परमेश्वर ने मूसा को वापस सीनै पर्वत पर बुलाया और उसे दस आज्ञाओं को दूसरी बार प्रदान किया। वह दिन जब मूसा को दूसरी बार दस आज्ञाओं की पटियाएं प्राप्त हुईं और नीचे उतरा, पवित्र कैलेंडर के अनुसार सातवें महीने का दसवां दिन, प्रायश्चित्त का दिन है, और प्रायश्चित्त के दिन से दस दिन पहले, यानी पवित्र कैलेंडर के अनुसार सातवें महीने का पहला दिन नरसिंगों का पर्व है जिस दिन से शुरू करके इस्राएलियों ने नरसिंगे फूंकते हुए पश्चाताप करने का आग्रह किया।


प्रायश्चित्त के दिन की पवित्र सभा: सच्चे पश्चाताप का सबूत प्रचार है।

चर्च के सदस्य, जिन्होंने दस दिनों के लिए हर सुबह और शाम को अपने पापों का अंगीकार किया, प्रायश्चित्त के दिन की पवित्र सभा में जब परमेश्वर सभी पापों को क्षमा करते हैं, भक्तिपूर्ण हृदय के साथ आए।

संतानों को बचाने के लिए जिन्होंने स्वर्ग में पाप किए, पर्वों को स्थापित करके प्रायश्चित्त के अनुग्रह प्रदान करने के लिए माता ने पिता को धन्यवाद दिया, और उन्होंने प्रार्थना की, कि पिता दस दिनों के लिए दुनिया भर में संतानों की प्रार्थना के धूप के धुएं से आनन्दित हों और धूल के जितने पापों को भी क्षमा करें। माता ने बार बार यह भी कहा, "हमने बिना मूल्य परमेश्वर से पापों की क्षमा की आशीष पाई है, इसलिए आइए हम परमेश्वर की तरह पवित्र जीवन जीएं जो भले और पवित्र हैं, और साथ ही संसार में दूसरे लोगों की अगुवाई पश्चाताप और उद्धार में करके उनके साथ सबसे महान प्रेम और खुशियां बांटें।"

प्रधान पादरी किम जू चिअल ने कहा, "हमारे पाप जो बिना मूल्य क्षमा नहीं किए जा सकते, प्रायश्चित्त हुआ क्योंकि परमेश्वर को बेधा गया, घायल किया गया, उन्होंने दुख उठाया और क्रूस पर चढ़ाए गए। आइए हम परमेश्वर के प्रेम को जानें, जो हमें पाप के दासत्व से मुक्त होने तक अंतहीन रूप से बलिदान हुए, और आइए हम और अधिक पाप न करें।" उन्होंने बार बार जोर दिया कि "सच्चे पश्चाताप का सबूत" है, "प्रचार करना," जो सिर्फ खुदको ही नहीं लेकिन दूसरे लोगों की अगुवाई भी पश्चाताप में करना है, और उन्होंने हमसे कहा, "हमारे खुरदरे व्यक्तित्व को सुधारकर फिर से नए सिरे से जन्म लें और पश्चाताप के योग्य फल पैदा करें"(लैव 16:5-22; यिर्म 17:12-13; यूह 1:29; यश 53:1-12; इफ 1:7; मत 28:18-20)।

चर्च के सदस्यों ने परमेश्वर को जिन्होंने दुख और बलिदान के द्वारा पापों की क्षमा की आशीष दी, सच्चा धन्यवाद दिया, और उन्होंने परमेश्वर जो मानवजाति के उद्धार की आशा करते हैं, उनकी इच्छा को अपने पवित्र हृदयों में उत्कीर्ण करके झोपड़ियों के पर्व को मनाने की तैयारी की जिसमें पिछली वर्षा की पवित्र आत्मा की प्रतिज्ञा है।

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प्रायश्चित्त का दिन और प्रायश्चित्त का सिद्धांत

महायाजक लोगों के और अपने पापों का प्रायश्चित्त करने के लिए वर्ष में सिर्फ एक बार, प्रायश्चित्त के दिन पर परम पवित्रस्थान में प्रवेश करता है। इस दिन पर, महायाजक ने पापबलि, बकरे और बछड़े के लहू को परम पवित्रस्थान सहित पूरे तम्बू में छिड़ककर प्रायश्चित्त किया। वह लोगों के सभी अधर्म और पापों को उस बकरे के सिर पर लाद देता है जो चिट्ठी के द्वारा अजाजेल के रूप में चुना गया था, और उस बकरे को जंगल में निर्जन स्थान में छोड़ देता है। लोगों के द्वारा किए गए पाप पशुओं के बलिदान के द्वारा मंदिर में रहते हैं, लेकिन फिर प्रायश्चित्त के दिन पर पाप अजाजेल के रूप में चुने गए बकरे पर लादे जाते हैं, और जैसे बकरा जंगल में भटक कर मर जाता है, पाप भी गायब हो जाते हैं। यह दर्शाता है कि मसीह जो पवित्रस्थान के रूप में दर्शाए गए हैं, हमारे पापों को उठाते हैं, लेकिन हमारे पाप संपूर्ण रूप से तब गायब हो जाते हैं जब प्रायश्चित्त के दिन के सिद्धांत के अनुसार मसीह उन्हें शैतान पर लाद देते हैं जो पाप को उकसाने वाला प्रमुख है।