पवित्र वर्ष के अनुसार वर्ष 2015 के प्रथम दिन के 3 दिन पहले, 18 मार्च को महासभा ओकछन गो एन्ड कम प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित की गई, जहां वसंत की स्फूर्ति का आभास बना रहता है। महासभा आराधना के साथ शुरू हुई, और कोरिया व विदेशों के पुरोहित कर्मचारियों ने पांच रात और छह दिनों तक बाइबल के अध्ययन पर ध्यान दिया, पिछले साल के सुसमाचार के कार्य के परिणाम का निरीक्षण किया, महाद्वीपों के अनुसार सुसमाचार के कार्य की योजना प्रस्तुत की, विश्व पुरोहित कर्मचारी फोरम में भाग लिया, और वर्ष 2015 के लिए नए सुसमाचार के लक्ष्य बनाए।
ⓒ 2015 WATV
पवित्र वर्ष के अनुसार प्रथम महीने के प्रथम दिन(21 मार्च) में महासभा की आराधना ओक्छन गो अॅइण्ड कम प्रशिक्षण संस्थान के प्रतिज्ञा मंदिर में आयोजित की गई, जिसमें 1,200 से अधिक कोरिया व विदेशों के पुरोहित कर्मचारी और प्रधान कार्यालय के पदधारी सदस्य उपस्थित थे। आराधना में जो सब्त के दिन की आराधना के साथ शुरू हुई, माता ने पिता को हमें अधिक आशीष देने के लिए नया वर्ष देने के लिए धन्यवाद दिया और प्रार्थना की कि सभी संतान बीते वर्ष में झांक कर देखें और पश्चाताप करते हुए निष्कलंक और निर्दोष विश्वास के साथ फिर से जन्म लें।
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माता ने पुरोहित कर्मचारियों की प्रशंसा की जिन्होंने नम्रता से सदस्यों की सेवा एवं देखभाल करके सुसमाचार का अर्थपूर्ण परिणाम प्राप्त किया। उन्होंने धीरज के महत्व पर भी जोर दिया और सिखाया कि जिन्होंने अपनी संतानों के प्रति प्रेम के कारण क्रूस का दर्द भी सहा, उन परमेश्वर के धीरज के बारे में सोचना और उनके बलिदान के मार्ग पर चलना ही सुसमाचार का कार्य है। उन्होंने यह भी कहा, “विश्वास का परखा जाना अपने पापों की आदत को शुद्ध करके और अपना नम्र मूल स्वभाव फिर से अपनाकर उद्धार की ओर जाने की प्रक्रिया है। कृपया यह न भूलें कि स्वर्ग की आशीष उन्हें दी जाती है जो हार न मानते हुए अन्त तक विश्वास के मार्ग पर दौड़ते हैं।” साथ ही उन्होंने प्रेम की विशेषताएं भी बताईं, “प्रेम धीरजवन्त है, कृपालु है, डाह नहीं करता या अपनी बड़ाई नहीं करता(1कुर 13:4–7),” और कहा, “नबियों को अपनी भेड़ों से अपने समान प्रेम करना चाहिए और उनके मनों को समझना चाहिए। कृपया घमण्ड, गर्व और बुरे लालच को निकाल दीजिए और प्रेममय परमेश्वर की इच्छा के अनुसार भेड़ों की रखवाली कीजिए।”(मत 24:12–14; याक 5:7–11; इब्र 12:1–4; 1पत 4:12–14; 1पत 1:6–9)
प्रधान पादरी किम जू चिअल ने यह कहते हुए उपदेश शुरू किया, “यह अधिक अर्थपूर्ण और आशीषित है कि पवित्र वर्ष के अनुसार नए वर्ष का प्रथम दिन सब्त के दिन पर आया,” और उन्होंने कहा, “जहां कहीं परमेश्वर जाते हैं वहां उनका अनुसरण करने वाले लोग स्वर्ग में राज–पदधारी याजक बनेंगे। आइए हम सामरिया और पृथ्वी की छोर तक प्रचार करने के मिशन को पूरा करने के लिए अपना सर्वोत्तम प्रयास करें, ताकि भले ही आज हम स्वर्ग जाएं, हमें पछतावा न करना पड़े।” उन्होंने यह भी कहा, “अपने विचारों के साथ नहीं, पर परमेश्वर के प्रेम के साथ सदस्यों की अगुवाई करने के लिए कठिनाइयों, प्रार्थनाओं और प्रयासों की जरूरत होती है। मैं आशा करता हूं कि आपको नबी के रूप में नियुक्त करने की परमेश्वर की इच्छा को समझकर अपने सभी सेवा–कार्य करें जिनसे परमेश्वर प्रसन्न होंगे, और वर्ष 2015 का सुसमाचार का कार्य उस तरह से पूरा करें जिससे सभी सदस्य खुश और प्रोत्साहित महसूस करेंगे।”(मत 28:18–20; भज 19:1–4; 2तीम 4:1–5)
23 तारीख को समापन–आराधना के बाद महासभा समाप्त हुई जो पवित्र आत्मा की उपस्थिति में शुरू हुई थी। कोरिया व विदेशों के पुरोहित कर्मचारियों ने जो अपने चर्चों में वापस जा रहे थे, यह कहते हुए अपनी दृढ़ इच्छा को व्यक्त किया, “हम माता के लिए जिन्होंने अब तक हमें बचाने के लिए आंसुओं से प्रार्थना की है और अपना बलिदान किया है, इस वर्ष जरूर पूरे विश्व में सुसमाचार के प्रचार का कार्य पूरा करेंगे।” मंगोलिया के उलानबाटर चर्च के पादरी किम युल सान ने यह कहते हुए अपना संकल्प व्यक्त किया, “मंगोलिया में पिछले वर्ष अल्पकालिक प्रचार का कार्य बहुत सक्रिय था और बहुत से शाखा चर्च स्थापित हुए। जैसे माता ने कहा कि सब कुछ अच्छा होगा, जुबली वर्ष की आशीष पूरे मंगोलिया पर उंडेली गई। इस वर्ष भी मैं माता के वचनों का पालन करूंगा और ईमानदारी से भेड़ों को प्रेम दूंगा और भविष्यवाणी के अनुसार सुसमाचार फैलाने में बड़ा योगदान करूंगा।” ऐसी अपेक्षा है कि कोरिया और कोरिया के बाहर के देशों में सब सदस्य और पुरोहित कर्मचारी जिन्होंने एलोहीम परमेश्वर की शिक्षाओं के द्वारा सुसमाचार के प्रति अपनी मानसिकता को सुधारा है, इस वर्ष सुसमाचार के कार्य में बहुत ज्यादा व्यस्त रहेंगे।
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- कोरिया व विदेशों के पुरोहित कर्मचारी महासभा के लिए ओकछन गो एन्ड कम प्रशिक्षण संस्थान में इकट्ठे हुए।